Friday, February 26, 2010

होली

चाहे कोई तीर चलाये ,चाहे चलाये गोली ;
हम तो अपने ढंग से मित्रो इस वर्ष मानेगे होली ;
जाति पांति का भूत भगाकर हम साथ रहेंगे बनाके टोली,
अमीरी गरीबी की दीवार भेदकर, सभी बनेंगे हमजोली ।
भूखे नंगो का दरद बंटा, भरेंगे मानवता की झोली ।
त्याग आपसी मतभेदों को , बोलेंगे 'मधुर' प्रेम की बोली।
मिल-जुलकर सब साथ रहेंगे , जैसे दमन से चोली ।
दरिद्र नारायण की सेवा कर , हमने मैली चादर धोली ।
प्रेम का पाठ सिखाकर सबको , हमने मन की आँखे खोली।
धुप-दीप नैवेध्य त्याग कर, फेंक दिया अक्षत रोली ।
दीन हीन को गले लगाकर, प्रभुवर की पूजा करली ।
काया को रंगने के बदले , दिल की चादर हमने रंगली ।
रोतों को हंसी बाँटकर ,'मधुर' प्यार की मदिरा पी ली ।
चाहे कोई तीर चलावे , चाहे चलावे गोली ।
हम तो अपने ढंग से मित्रो , इस वर्ष मनाएंगे होली ।

Thursday, February 25, 2010

क्रिकेट के सम्राट को सलाम

कल २४/२/२०१०, को क्रिकेट जगत में एक अविस्मर्णीय पल रहा , जिसे देख दोस्त , दुश्मन , बड़े-बुढे सभी लिटिल मास्टर की तारिफ किये बगैर नहीं रह सके , आज इसी घटना क्रम की देश वासियों को बधाई देते हुए मै अपनी लेखनी का शुभारम्भ कर रहा हूँ ,माँ वाक्देवी सरस्वती मेरी लेखनी को मेरे स्वर्गीय माता एवं पिता (सुमित्रा देवी रमाशंकर शर्मा 'मधुर' ) श्री के श्री चरणों में समर्पित कर अमरता को प्रदान करे यही अभ्यर्थना ।
सचिन रमेश तेंदुलकर ने कल जयपुर के मैदान में इतिहास रच दिया । जिसमे एक दिवसीय मैच में २०० रन (डबल सेंचुरी ) बना दुनिया में भारत के नाम ऊँचा कर दिया । वे दुनिया के प्रथम भारतीय क्रिकेटर है जिसने यह कीर्तिमान स्थापित किया है । ये २०० रनों मात्र १४७ गेंदों में २५ चौक्के एवं तीन छक्को की मदद से बनाया । वाह सचिन वाह ! ईश्वर आप को दीर्घायु प्रदान कर उतरोत्तर नई उपलब्धिया प्रदान करें यही प्राथना .